हमारे बारे में

रमाकांती मसुरिहा (अध्यक्ष)

बांदा उन्नाव फाउंडेशन के अध्यक्ष

ओम प्रकाश मसुरिहा

गुमनाम

ई. संतोष कुमार मसुरिहा

बांदा उन्नाव फाउंडेशन के उपाध्यक्ष

विराग मसुरहा (संस्थापक)

विराग मासुरहा का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के बांदा में हुआ था, माता-पिता श्री ओम प्रकाश और श्रीमति रमाकांती मसिंह के माता-पिता थे। उन्होंने अपनी हाई स्कूलिंग (10 वीं) डी.ए.वी. इंटर कॉलेज और इंटरमीडिएट (12 वीं) गवर्नमेंट इंटर कॉलेज, दोनों बांदा में। विराग को अपने माता-पिता से जीवन के अधिकांश सबक मिले, जो एक छोटे से शहर के धार्मिक और नैतिक मूल्यों में दृढ़ता से निहित हैं। इस नींव को आरंभ करने की प्रेरणा इन मूल्यों से उत्पन्न हुई जो उन्होंने सांस्कृतिक रूप से सुरक्षित और मध्यम वर्ग के संयुक्त परिवार में बांधी और बांदा जैसे शहर में पारस्परिक संबंधों से भरा बचपन।

विराग वर्तमान में एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष (SVP) और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग के प्रमुख और धोखाधड़ी रोकथाम विश्लेषिकी के रूप में सेवारत है, जो PNC, संयुक्त राज्य अमेरिका में 5 वां सबसे बड़ा बैंक है। वह अपनी पत्नी अर्पणा के साथ पिट्सबर्ग, पेंसिल्वेनिया, फिजिकल थेरेपी में डॉक्टर और उनके दो बच्चों के साथ रहते हैं।

विराग ने केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, शिकागो, यूएसए से दुनिया के प्रमुख एमबीए संस्थानों में से एक और वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी, नैशविले, टीएन, यूएसए से इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया है। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में अपने स्नातक को क्षेत्रीय इंजीनियर कॉलेज (अब NIIT), त्रिची से पूरा किया और 1996 में सिविल इंजीनियरिंग शाखा में अकादमिक, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में उनके योगदान के लिए "सर्वश्रेष्ठ आउटगोइंग छात्र पुरस्कार" प्राप्त किया। विराग ने बॉडी बिल्डिंग एंड वेट लिफ्टिंग में राज्यव्यापी प्रतियोगिताओं में कई स्वर्ण पदक जीते और 1995 में RECT में सर्वश्रेष्ठ भौतिकी के लिए श्री आरईसी को प्राप्त हुए।

प्रमोद सेठ (सह संस्थापक)

प्रमोद सेठ का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा शहर में पिता श्री गणेश प्रसाद और माता श्रीमती शकुंतला सेठ के घर पर हुआ था। उन्होंने बांदा में अपनी उच्चतर माध्यमिक तक की शिक्षा प्राप्त की। प्रमोद एक मध्यम वर्ग के संयुक्त परिवार से जुड़े हुए हैं। प्रमोद ने बचपन से ही अपने माता-पिता को उन्हें और उनके भाई बहनों की शिक्षा के लिए अपने आराम और सुख सुविधायों का पूणतःत्याग करते हुए देखा है। प्रमोद के पिता जहाँ व्यापार करने में प्रवीण हैं, वहीं वे सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में भी पूर्णत: सक्रिय हैं। प्रमोद के मन में भी अपने माता-पिता की इन्हीं गतिविधियों को देखते हुए, वैसा करने एवं समाज सेवा करने का, बीजारोपण् हुआ। प्रमोद ने भी निश्चय किया कि वे बांदा और आस-पास के गरीब मेधावी विद्यार्थियो को किस तरह अपने वक्तिगत संसाधनो तथा अपने मित्रों के सहयोग से आर्थिक सहायता पहुंचायें, जिससे वे भी सफलता की सीढ़ियां चढ़ने का अवसर प्राप्त कर सके। और इसी पावन उद्देश्य को लेकर उन्नयन फ़ाउंडेशन की स्थापना के कदम बढ़ाए गए हैं।

प्रमोद वर्तमान में भारत के एक अग्रणी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं और साथ में इस कंपनी की परामर्श विंग जिसके कार्यालय भारत और विदेशों में हैं, का भी नेतृत्व कर रहे हैं। वह अपनी पत्नी डॉ सरिता सेठ और अपने दो बच्चों के साथ फरीदाबाद जो एनसीआर दिल्ली का एक हिस्से है, में रहतें हैं। उनकी पत्नी, डॉ सरिता वर्तमान में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड जो भारत के पीएसयू महारत्नों में से में एक है, एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में काम कर रही हैं।

प्रमोद ने अपनी Charted Accountant (CA) भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स इंस्टीट्यूट, MBA भारतीय विश्वविद्यालय, कोयंबटूर और B.Tech राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। साथ में उन्होंने डॉ हरिसिंह गौड़ विश्वविद्यालय, सागर, मध्य प्रदेश से अपनी प्रारंभिक बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री भी प्राप्त की है। इन्ही स्नात्कीय वर्षों के दौरान, उन्होंने विभिन्न खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हुए कई सम्मान और पदक भी जीते हैं।


विवेक गुप्ता

गुमनाम